वजीरगंज (बदायूं)। क्षेत्र के गाँव का एक युवक प्रेम प्रसंग में 50 दिनों से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता है। परिजन पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के अलावा राज्यमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज पल्ला झाड़ लिया है। परिजनों द्वारा युवक की हत्या की आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं।
गाँव खुर्रमपुर भमोरी निवासी सुरेश चन्द्र माहेश्वरी का 25 वर्षीय बेटा शंशाक माहेश्वरी बीते 23 जुलाई से लापता है। लापता युवक ने भाई जयंत माहेश्वरी ने इस मामले में 25 जुलाई को तीन लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी लेकिन पुलिस ने इस मामले को नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने दो बार एसएसपी संकल्प शर्मा से मुलाकात की तब 2 अगस्त को थाना पुलिस ने गुमशुदगी में रिपोर्ट दर्ज कर ली। लेकिन पुलिस ने परिजनों के बताए अनुसार संदेही लोगों से पूछताछ की जहमत तक नही उठाई।
दरअसल शशांक का अपने ही परिवार की कस्बा सैदपुर निवासी युवती से पिछले 7 वर्षो से प्रेम सम्बन्ध था। हालाँकि युवती के घर वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे जिसे लेकर शशांक का अक्सर उनसे झगड़ा होता था। दोनों के बीच की बातचीत के मैसेज, ऑडियो बताते हैं कि दोनों जल्द ही घर से भागकर शादी करने वाले थे।
शशांक के भाई राहुल माहेश्वरी के मुताबिक बीते 16 जुलाई को शशांक युवती से उसके घर मिलने गया था। इस बीच युवती के पिता और चाचा ने उस पकड़ लिया और मारपीट की। परिवार के एक ही शख्स ने जब शशांक के घर वालों को उसकी मौजूदगी की जानकारी तो भी युवती के घर पहुँच गए और शशांक को उनके चंगुल से छुड़ाया। आरोप है कि युवती के परिवार वालों ने शंशाक को जान से मारने की धमकी दी थी।
वहीं 23 जुलाई को करीबन 12 बजे शंशाक के मोबाइल पर किसी नम्बर से कॉल आया था, जिसके बाद शशांक बाइक से घर से निकल गया। देर शाम तक जब शंशाक वापस घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश की। राहुल की माने तो शंशाक ने बिसौली क्षेत्र में आसफपुर रोड स्थित अपने दोस्त की फोटो स्टूडियो दुकान पर बाइक खड़ी कर दी थी। इसके बाद से शशांक का कुछ अता-पता नहीं हैं।
अपने बेटे की तलाश में पिता सुरेश चन्द्र माहेश्वरी भी बेसुध हो गए हैं। परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। पीड़ित परिवार बार बार आरोपियों से पूछताछ की गुहार लगा रहा है लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं है। लापता युवक के भाई राहुल के मुताबिक थानाध्यक्ष आरोपियों से पूछताछ करने की बजाए समझौते का दवाब बना रहे हैं। वहीं थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने इन आरोपों से इनकार किया है, उन्होंने बताया कि गुमशुदगी दर्ज करने के बाद से ही युवक की तलाश की जा रही है।
शंशाक के भाई राहुल ने बताया कि उन्होंने इस सम्बन्ध में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान नगर विकास राज्यमंत्री और सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता से भी मुलाकात की तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया था लेकिन इस आश्वासन को भी एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। बीते 50 दिन बाद भी लापता युवक का पता नहीं चलने पर परिजनों ने मंगलवार को लखनऊ आवास पर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई। उन्होंने पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है।