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भाजपा का परिवारवाद, बेटा-बहू, पत्नी, रिश्तेदार बन गए ब्लॉक प्रमुख

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आज क्षेत्र पंचायत प्रमुख (ब्लॉक प्रमुख) पद के लिए शनिवार को 11 बजे से वोटिंग जारी है। कुल 825 पदों में से 476 पदों के लिए दोपहर 3 बजे तक वोट डाले जाएंगे। इससे पहले शुक्रवार को नाम वापसी के बाद 349 ब्लॉक प्रमुख को निर्विरोध चुन लिया गया है। इनमें 334 से ज्यादा भाजपा के कैंडिडेट्स हैं। हैरानी की बात है कि इनमे तमाम भाजपा नेताओं की पत्नी और बेटे-बेटियां, रिश्तेदार भी निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुए हैं। वहीं टिकट की आस लगाए आम कार्यकर्त्ता चुनाव की दहलीज तक भी न पहुंचे और हाथ मलते रह गए।

कांग्रेस, समाजवादी पार्टी पर हमला करने के लिए भाजपा परिवारवाद को बीते कई वक़्त से मुद्दा बनाती रही है। पीएम मोदी खुद अपनी तमाम चुनावी रैलियों में कहते रहे हैं कि जातिवाद की राजनीतिक, संप्रदायवाद की राजनीति, भाई-भतीजावाद और परिवारवाद की राजनीति ने देश को तबाह कर दिया है, उन्होंने कहा है कि देश के पास एक ही रास्ता है विकास की राजनीति का रास्ता। बीते यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने अपील की थी टिकट बंटवारे में परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया जाए लेकिन ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पीएम की अपील धरी रह गई और दर्जनों बड़े नेताओं के रिश्तेदारों को भाजपा ने टिकट दे दिया और वो ब्लॉक प्रमुख भी बन गए। ऐसे में आप यह कतई नहीं कह सकते हैं कि पीएम मोदी की उनकी पार्टी में चलती नहीं है, बल्कि इन उम्मीदवारों को टिकट दिया जाना उनके मूक समर्थन को दर्शाता है।

विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित के पुत्र दिलीप दीक्षित उन्नाव के हिलौली ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित होना तय है। उन्नाव सदर विधायक पंकज गुप्ता के भाई नीरज गुप्ता का बिछिया ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित होना तय है। श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्रवधू सविता मौर्य का गदागंज ब्लॉक से निर्विरोध निर्वाचित होना तय है, उनकी संघमित्रा मौर्या बदायूं से लोकसभा सदस्य हैं। बदायूं सदर विधायक और नगर विकास राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता के भतीजे सुभाष गुप्ता की पत्नी नीलम गुप्ता का दहगवां ब्लॉक से निर्विरोध प्रमुख निर्वाचित होना तय है। जनपद बदायूं के ही दातागंज ब्लॉक से अतेंद्र विक्रम सिंह निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बन जाएंगे।

सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के बेटे अभिषेक वर्मा का भी बहराइच की मिहीपुरवा ब्लॉक से निर्विरोध निर्वाचन तय है। कृषिमंत्री सूर्य प्रताप शाही के पुत्र सुब्रत शाही देवरिया के पथरदेवा ब्लॉक और ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह के बेटे राजीव प्रताप सिंह प्रतापगढ़ के मंगरौरा ब्लॉक और भतीजे राकेश प्रताप सिंह पट्टी ब्लॉक से निर्विरोध अध्यक्ष बन हो जाएंगे। सुब्रत निर्वतमान ब्लॉक प्रमुख भी हैं।

इसी तरह बलरामपुर के गैसड़ी में शक्ति सिंह निर्विरोध चुने जाएंगे। शक्ति सिंह गैसड़ी विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू के भांजे हैं। बीजेपी विधायक संगीत सोम की पत्नी सिमरन ठाकुर सरधना से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बन जाएंगींं। जबकि, गाजीपुर की मोहम्मदाबाद विधानसभा से बीजेपी विधायक अलका राय की बहू श्रद्धा राय भांवरकोल ब्लॉक से निर्विरोध निर्वाचित होंगी। कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के भतीजे नरदेव चौधरी की पत्नी सुंदरी नंद गांव ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बन जाएँगी। ब्लॉक बनियाखेड़ा से भाजपा समर्थित प्रत्याशी माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी की पुत्री डॉ. सुगंधा सिंह का ब्लॉक प्रमुख बनना तय है।

इसके अलावा शिवगढ़ ब्लाक में प्रतापगढ़ के रानीगंज से विधायक धीरज ओझा के भतीजे सत्यम निर्विरोध अध्यक्ष बन हो जाएंगे। श्रावस्ती विधायक रामफेरन पांडेय की पत्नी निवर्तमान ब्लाक प्रमुख मिथिलेश पांडेय का इकौना ब्लाक से निर्विरोध जीत तय है। जमुनहा ब्लाक में पूर्व मंत्री व बहराइच की विधायक अनुपमा जायसवाल के पुत्र शिवम जायसवाल का निर्विरोध प्रमुख बनना तय है।

आयोग नहीं दे सका आंकड़े

क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष चुनाव में नामांकन के आंकड़े राज्य निर्वाचन आयोग देर रात तक जारी नहीं कर सका। सभी 75 जिलों में 825 क्षेत्र पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए बृहस्पतिवार दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल किए गए थे। लेकिन देर रात तक आयोग की ओर से नामांकन के अधिकृत आंकड़े जारी नहीं किए गए। आयोग के विशेष कार्याधिकारी एसके सिंह ने बताया कि शुक्रवार को स्पष्ट हो सकेगा कि कहां कितने नामांकन दाखिल हुए हैं।

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