लखनऊ। कोरोना संकट को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने ईद-उल-अजहा (बकरीद) को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। इसमें बकरीद से जुड़े कार्यक्रम में एक जगह पर 50 से ज्यादा लोगों के जुड़ने पर पाबंदी है। इसके अलावा कुर्बानी का काम सार्वजनिक स्थान पर नहीं किया जाएगा। कहीं भी गोवंश/ऊंट अथवा अन्य प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी नहीं होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी आयोजन में 50 से अधिक लोग एक स्थान पर एक समय में एकत्रित न हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी भी नजर रखें कि बकरीद पर गोवंश, ऊंट व अन्य प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। उन्होंने कहा कि कुर्बानी के लिए सुनिश्चित किया जाए कि चिन्हित स्थलों व निजी परिसरों का ही उपयोग हो। कुर्बानी के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। इस संबंध में उन्होंने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने का आदेश दिया है।
कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रदेश सरकार को जोखिम नहीं लेना चाहती है इसलिए सरकार ने पिछली बार की तरह इस बार भी कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया है और इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में जवाब भी दाखिल कर दिया है। राज्य सरकार के जवाब से संतुष्ट होने के बाद कोर्ट ने मामले को निस्तारित कर दिया है।
आपको बता दें कि इस बार बकरीद 21 जुलाई को है। दरअसल मुस्लिम धर्म में दो मुख्य त्योहार मनाए जाते हैं -ईद-उल-अजहा और ईद-उल फितर। ईद-उल-अजहा बकरीद को कहा जाता है। मुस्लिम धर्म में यह त्योहार कुबार्नी के पर्व के रूप में मनाया जाता है।
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