बिल्सी(बदायूं)। बिल्सी थाना क्षेत्र के नगला डल्लू गांव में बुधवार शाम घरेलू विवाद के चलते एक हंसता-खेलता परिवार मातम में डूब गया। पहले घर में झगड़े के दौरान बीचबचाव करने गई 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला की धक्का लगाने से मौत हो गई। इसके कुछ ही घंटे बाद उनकी बहू ने खुद को कमरे में बंद कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद गांव में शोक की लहर है।
नगला डल्लू गांव निवासी उदयवीर सिंह का परिवार खेती-किसानी करता है। उनके बड़े बेटे दीपक की शादी 4 मई 2020 को उघैती थाना क्षेत्र के रामनगर मजरा गांव की रहने वाली सपना से हुई थी। दीपक बिल्सी में ट्रैक्टर की एजेंसी चलाता है। बुधवार शाम दीपक जब काम से घर लौटा तो किसी बात को लेकर उसकी पत्नी सपना से कहासुनी शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों के बीच मारपीट की नौबत आ गई। घर में इस विवाद को देखकर दीपक की दादी 85 वर्षीय गंगा देवी बीचबचाव करने पहुंचीं। परिजनों के अनुसार उसी दौरान उन्हें धक्का लग गया और वह जोर से जमीन पर गिर पड़ीं। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण परिजन उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गंगा देवी की मौत से घर में कोहराम मच गया और पूरा परिवार सदमे में आ गया।
तानों से टूट गई बहू: गंगा देवी की मौत के बाद घर का माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया। सपना पर दादी की मौत का दोष मढ़ा जाने लगा। देर रात सपना अपने कमरे में चली गई और दरवाजा बंद कर लिया। जब सुबह तक वह बाहर नहीं निकली तो परिजन कमरे की ओर पहुंचे। अंदर से दरवाजा बंद था, दरवाजा तोड़ा गया तो सपना फंदे से लटकी मिली। आनन-फानन में उसे बिल्सी के एक निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया।
दहेज प्रताड़ना और मानसिक उत्पीड़न का आरोप: वहीं सपना के भाई रवींद्र ने बताया कि उनकी बहन को शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। गंगा देवी की मौत के बाद बहन को लगातार मानसिक रूप से टॉर्चर किया गया जिससे वह डिप्रेशन में चली गई। रवींद्र का आरोप है कि उसकी बहन की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि मानसिक उत्पीड़न की वजह से हुई है और इसके लिए ससुराल वाले जिम्मेदार हैं।
घटना की सूचना पर बिल्सी थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। कोतवाल ने बताया कि अभी तक परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का स्पष्ट कारण सामने आएगा। तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।