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पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज

लखनऊ/मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले पुलिस को लेकर अखिलेश यादव सहित 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इससे पहले मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने पत्रकारों पर हुए हमले की जांच के आदेश दिए हैं। अखिलेश यादव पर पत्रकारों को प्रेसवार्ता में बुलाकर उनपर हमला कराने और बंधक बनाने के आरोप लगे हैं।

समाजपार्टी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मुरादाबाद के थाना पाकबड़ा में एफआईआर दर्ज हुई है। उनके खिलाफ पत्रकार से मारपीट के मामले में आईपीसी की धारा 147, 342 और 323 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अखिलेश यादव के साथ ही थाना पकबारा में 20 अन्य सपा नेताओं पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायत में एलवाईनेस पत्रकार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश पाराशर ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता में जब कुछ पत्रकारों ने उनसे व्यक्तिगत सवाल पूछे तो वो छटपटा गए, जिसके बाद उन्होंने अपने सुरक्षाकर्मियों और और पार्टी के कार्यकर्ताओं को पत्रकारों पर हमले को उकसाया। इस हमले में पत्रकारों के गंभीर चोटें आई हैं।

पत्रकारों ने मुरादाबाद के एसएसपी को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया था। इस मामले में मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय कुमार ने पत्रकारों से कहा कि जो प्रार्थना पत्र दिया गया है उस पर पुलिस तुरंत जांच करेगी और इस मामले में आईजी रेंज से बात कर जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस एफआईआर के बाद सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने पत्रकार उबैद उर रहमान और फरीद शम्सी के खिलाफ आईपीसी की धारा 160, 341, 332, 353, 504, 499, 120B में मुकदमा दर्ज करवाया है।

क्या है मामला?

अखिलेश यादव आगामी विधानसभा चुनाव और पंचायत चुनाव के सिलसिले में कार्यकर्ताओं से मिलने मुरादाबाद पहुंचे थे। मुरादाबाद के पाकबड़ा स्थित होटल हॉली डे रीजेंसी के हॉल में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता थी। प्रेसवार्ता का समय साढ़े पांच बजे रखा गया था जबकि अखिलेश यादव तय समय से करीब दो घंटे देरी पहुंचे। जब पत्रकारों ने इस पर सवाल किया तो अखिलेश यादव नाराज हो गए।

रात करीब आठ बजे प्रेसवार्ता समाप्त होने के बाद जब अखिलेश यादव जाने लगे, उसी दौरान एक चैनल के प्रतिनिधि ने उन्हें रोककर बात करने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने चैनल के प्रतिनिधि को धक्का दे दिया। इसी बात को लेकर पत्रकार और सुरक्षा कर्मियों के बीच बहस हो गई। करीब दस मिनट तक वाद-विवाद और धक्का-मुक्की हुई जिसमे पत्रकारों को चोटें आई। किसी तरह दौड़कर मीडिया के प्रतिनिधियों ने अपने आप को बचाया।

घटना के बाद वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें पत्रकारों को पीटने को लेकर अखिलेश यादव कहते दिख रहे है, ‘हां मारा है’। विवाद होने की जानकारी मिलते ही मझोला और पाकबड़ा थाना पुलिस के साथ ही मौके पर एसपी सिटी अमित कुमार आनंद के साथ ही अन्य अधिकारी पहुंच गए जिसके बाद मामला शांत करवाया गया।

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