बदायूं। इस्लामनगर थाना क्षेत्र के कुंदावली गांव में मतांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने दो महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी लोगों को पैसे, इलाज और सुखमय जीवन का लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। पुलिस इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों और फंडिंग के स्रोत की जांच में कर रही है।
थाना इस्लामनगर में तैनात उपनिरीक्षक की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार रविवार को उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोग गांव कुंदावली में लोगों को आर्थिक लाभ और बीमारियों से निजात दिलाने का झांसा देकर हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके बाद जिला कासगंज के मोहल्ला नाथूराम कोर्ट निवासी ह्रदेश कुमार उर्फ विक्की पास्टर पुत्र राजेंद्र, उनकी पत्नी नीतू, गांव कुंदावली निवासी अंजू पत्नी हरपाल को गिरफ्तार किया। ह्रदेश और सुरेंद्र के पास से ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार संबंधी किताबें बरामद हुईं। इसके अलावा अन्य साक्ष्य मिले। जांच के दौरान अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा के मोहल्ला बाजार में भारतीय स्टेट बैंक के पास निवासी सुरेंद्र उर्फ बल्ले पुत्र लटूरी लाल का नाम भी सामने आया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बताया जाता है कि सुरेंद्र उर्फ बल्ले कुछ साल पहले अपने ही घर में ही गैस चूल्हा की मरम्मत की दुकान चलाता था। वह पूरे दिन अपनी दुकान पर बैठता था और चूल्हों की मरम्मत करता था। तब कहीं उसके घर का खर्च चलता था लेकिन वह जब से ईसाई धर्म से जुड़ा था और लोगों को मतांतरण कराने का काम कर रहा था। तब से उसके पास पैसा आने लगा था। पहले सुरेंद्र चर्च का निर्माण करवाना चाहता था लेकिन जिला प्रशासन ने उसे चर्च का निर्माण कराने की अनुमति नहीं दी थी। इससे उसने एक हाल का निर्माण करवा लिया था। उसमें अवैध रूप से मतांतरण का खेल चल रहा था। छह साल से कासगंज निवासी पास्टर हृदयेश कुंदावली गांव में आता जाता था और लोगों को ईसाई धर्म अपनाने को प्रेरित करता था। उसकी पत्नी नीतू भी इसमें शामिल थी।
आरोपियों को पकड़कर छोड़ा: इससे पहले घटना को लेकर पुलिस मौके पर पहुंची तो प्रार्थना सभा में शामिल लोगों में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने वहां से चार लोगों को हिरासत में लिया था। सोमवार को पुलिस ने सभी आरोपियों को छोड़ दिया था। जब यह मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला आया तो पुलिस हरकत में आई। अफसरों के निर्देश पर शाम को एसआई सत्यपाल ने तहरीर दी। फिर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।