नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार (5 अप्रैल 2025) को बड़ा कदम उठाते हुए कई राज्यों को मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए हैं। पिछली बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में आयोजित की गई थी, 1971 में ही भारत और पाकिस्तान के बीच दो मोर्चों पर युद्ध हुआ था।
गृह मंत्रालय ने राज्यों को 7 मई को सिविल डिफेंस से जुड़ी मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए हैं। मॉक ड्रिल से नागरिकों को सिखाया जाता है कि बमबारी, रासायनिक हमले या मिसाइल हमले के समय कहाँ छिपना है, कैसे छिपना है और किस तरह की चीजें साथ रखनी हैं। युद्ध के समय सूचना का सही प्रसार जीवन और मृत्यु का फ़र्क तय कर सकता है। स्कूलों में बच्चों को निकासी प्रक्रिया सिखाई जाती है। मॉक ड्रिल से लोगों में सामूहिक अनुशासन और भरोसा पैदा होता है कि वे एक संगठित तरीक़े से इस स्थिति से निपट सकते हैं। मॉक ड्रिल नागरिकों को न केवल बचाव की रणनीति सिखाती है, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से तैयार करती है। यह जीवन रक्षा की एक तैयारी है, जो युद्ध का हिस्सा न होते हुए भी लोगों को युद्ध की विभीषिका से बचा सकती है। मॉक ड्रिल में देखा जाता है कि क्या सायरन, मोबाइल अलर्ट, लोकल रेडियो और स्पीकर सिस्टम ठीक से काम कर रहे हैं।
भारत सरकार के मुताबिक मॉक ड्रिल के दौरान इन बातों पर जोर दिया जाएगा —
- हवाई हमले के अलर्ट के वक्त सायरन बजाना।
- हमलों के वक्त नागरिक, छात्रों आदि को खुद की सुरक्षा के लिए ट्रेनिंग देना।
- हमले के वक्त ब्लैक आउट करना।
- महत्वपूर्ण संयंत्रों/स्थापनाओं को हमले के वक्त छिपाना।
- लोगों से जगह खाली कराना या निकालने की प्लानिंग करना और उसका अभ्यास करना।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से मुलाकात की। वहीं पिछले दिनों वे एयरचीफ मार्शल एपी सिंह और नेवी चीफ दिनेश कुमार त्रिपाठी से भी मिल चुके हैं। वायुसेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री मोदी को युद्ध की तैयारियों पर जानकारी दी। रविवार की इस मीटिंग में बताया कि एयर फोर्स हर हालात से निपटने को तैयार है। पश्चिमी सीमा पर डिफेंस नेटवर्क भी पूरी तरह एक्टिव है और राफेल भी तैयार हैं।
बता दें कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई किस्म के सख्त कदम उठाए हैं, जिसके बाद से दोनों केशों के बीच तनातनी बरकरार है। पाकिस्तान को इस बात का डर सता रहा है कि भारत कभी भी उस पर हमला कर सकता है। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के दोषियों और उसके आकाओं को मिट्टी में मिलाने की कसम खाई है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। वहीं पाकिस्तान लगातार साजफायर का उल्लंघन कर रहा है। पिछली 11 रातों तक लगातार पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की है। भारत ने बार-बार सीमा पार से की गई गोलीबारी का जवाब दिया है।