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उझानी: दो समुदाय में खूनी संघर्ष के बाद घरों में लटके ताले, एक पक्षीय कार्रवाई से नाराजगी, दरोगा लाइन हाजिर

उझानी (बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गाँव अल्लापुर भोगी में होली और शब-ए-बारात की रात हुए सांप्रदायिकता बवाल के बाद पुलिस की कार्रवाई से एक पक्ष में नाराजगी है। गाँव के कई घरों में ताले लटके हुए हैं, इस बीच एसएपसी ने अब्दुल्लागंज चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया है।

होली और शब-ए-बारात रात दो समुदाय के बीच खूनी संघर्ष में में करीबन एक दर्जन लोग घायल हुए थे। इस मामले में एक पक्ष से गुड्डू पुत्र मियांजान की तहरीर पर 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था, इन्ही आरोपियों समेत गाँव के पूर्व प्रधान अवधेश पाल के खिलाफ चौकी इंचार्ज वीकेश कुमार यादव की तहरीर पर सरकारी कार्यों में बाधा डालने और पुलिस टीम के साथ हाथापाई करने के आरोप में भी नामजद किया गया। पुलिस ने घटना की रात इसी पक्ष से 7 लोगों को गिरफ्तार किया था जिसके बाद इन सभी को जेल भेज दिया गया। दो दिन बाद रविवार को दूसरे पक्ष की तहरीर कोतवाली पहुँचीं। इसमें मारपीट और पथराव के मामले में माया देवी की ओर से गाँव की प्रधान जैनब के पति रिजवान समेत कुल 41 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा लिखा गया।

पुलिस की एकपक्षीय कार्रवाई से नाराजगी
अल्लापुर गांव में बवाल की सूचना पर एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान, सीओ सिटी अलोक मिश्र, सीओ उझानी गजेंद्र श्रोत्रिय, इंस्पेक्टर उझानी हरपाल बालियान समेत कई थानों का पुलिसफोर्स, पीएसी गाँव पहुंची थीं। पुलिस ने रात में ही इस मामले में 7 लोगो को हिरासत में लिया था। जिसके बाद एक पक्ष के पुरुष गाँव से भाग गए, अब अधिकतर घरों में महज महिलाएं और बच्चे ही हैं। गाँव की एक महिला मायादेवी का कहना है कि पुलिस हर रोज घरों में दबिश देती हैं, अब तक एक पक्ष से ही 7 लोगों को पकड़ा है जबकि मुकदमा तो दूसरे पक्ष के खिलाफ भी लिखा गया है। पुलिस उनके घरों में दबिश देने नहीं जाती।

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घरों में लटके ताले
पुलिस की दबिश और एकपक्षीय कार्रवाई से नाराज गाँव निवासी हेतराम, वीरेंद्र, दयाराम, उदयवीर, धनपाल, अरविन्द के घरों पर ताले लटके हुए हैं। आसपास के लोगों ने बताया पुलिस रोज परेशान करती है इस वजह से ग्रामीण अपने बीबी-बच्चों समेत रिश्तेदारों के यहाँ चले गए हैं। इस बीच लोगों के पलायन की चर्चा भी जोरों पर है हालाँकि ग्रामीणों का कहना है कि किसी ने अपना घर नहीं छोड़ा है, बस कुछ दिनों के लिए अपने रिश्तेदारों के यहाँ शरण ली है। अगर पुलिस दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई करने के साथ ही हमे परेशान न करने का आश्वासन देती है तो सब वापस आ जाएंगे। पुलिस भी पलायन की बात से इनकार कर रही है।

एसएसपी ने दरोगा को किया लाइन हाजिर
इसे पहले मंगलवार सुबह अल्लापुरभोगी से एक पक्ष के तमाम लोग ट्रैक्ट्रर टॉली से एसएसपी कार्यालय पहुंचे थे। जहाँ उन्होंने अब्दुलागंज चौकी इंचार्ज वीकेश कुमार यादव पर आरोप लगाए गए थे। आरोपों के मुताबिक दरोगा वीकेश कुमार यादव सुबह से ही डीजे बंद करने का दबाब बना रहे थे। शाम को भी डीजे बंद करने को कहा गया था, इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग हुजूम के साथ कब्रिस्तान की ओर बढे थे। इस दौरान दरोगा भी उनके साथ थे वहीं दोनों पक्षों में कहासुनी और पथराव के बाद दरोगा ने एक ही पक्ष पर मुकदमा दर्ज करवा दिया। इस शिकायत के बाद एसएसपी ने रिपोर्ट तलब की। मामले की गंभीरता को देखते हुये उझानी कोतवाली के दरोगा वीकेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया।

बली मुहम्मद को बनाया बलि का बकरा
गाँव की महिलाओं का यह भी कहना है कि पुलिस ने गाँव के पूर्व प्रधान बली मुहम्मद को बलि का बकरा बनाया है। जबकि इस विवाद का उनसे कोई लेना देना नहीं हैं। मायादेवी की माने तो घटना वाली रात बली मुहम्मद गाँव में मौजूद नहीं थे। लेकिन मौजूदा प्रधान पति रिजवान ने अपनी राजनैतिक रंजिश में बली मुहम्मद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया। पुलिस ने भी इस बवाल का सारा दोष बली मुहम्मद पर डाल दिया है।

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