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कोतवाली में हाथापाई: महिला सिपाही ने किया आत्महत्या का प्रयास, मुंशी के खिलाफ केस दर्ज

उझानी। कोतवाली में मुंशी और महिला सिपाही के बीच हाथापाई के मामले में शुक्रवार को नया विवाद खड़ा हो गया। महिला सिपाही ने एसएसपी कार्यालय में पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया। हालाँकि प्रशासन इससे इनकार कर रहा है। महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर, एसएसआई और मुंशी पर गंभीर आरोप लगाए गए फिलहाल पुलिस ने मुंशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

शुक्रवार सुबह करीबन 10 बजे महिला सिपाही एसएसपी कार्यालय पहुंची। यहाँ उसने खुद पर तरल पदार्थ डालकर आग लगाने का प्रयास किया। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद महिला सिपाही से एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने मुलाकात की। जहाँ उसने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।

मुंशी के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
महिला सिपाही ने तहरीर में आरोप लगाया है कि मुंशी दबंग है, उस पर अभद्र टिप्पणी करता है, घूरता है। सिपाही ने अपनी शिकायत में कहा है कि थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह और एसएसआई अनूप सिंह अपनी जाति के पुलिसकर्मियों को छुट्टी समेत अन्य सहूलियत देते हैं। सोमवार को मुंशी गुलाब सिंह ने उसे थप्पड़ मारा था। जिसकी शिकायत जब इंस्पेक्टर से की तो जात-बिरादरी की वजह से एक न सुनी। उन्होंने कहा कि यहाँ ऐसा ही चलेगा, यहाँ जातिवाद होगा, तुम क्या कर लोगी। महिला सिपाही की शिकायत पर मुंशी गुलाब सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 354(D), 323 के तहत केस दर्ज हुआ है।

दोनों के बीच हुई थी हाथापाई
बीते सोमवार को महिला सिपाही ने मुंशी गुलाब सिंह को कार्यालय में थप्पड़ मार दिया था जिसके बाद दोनों के बीच हाथापाई हुई थी। दरअसल महिला सिपाही का जरीफनगर तबादला किया गया था लेकिन इससे वो भड़क गयी, सिपाही को शक था कि मुंशी गुलाब सिंह की शिकायत की वजह से उसका तबादला हुआ है। हालाँकि मुंशी ने इससे इनकार किया। दोनों के बीच कहासुनी बढ़कर हाथापाई तक पहुँच गयी।

महिला सिपाही ने एसएसपी डॉ. ओपी सिंह से मुलाकात कर पूरा घटनाक्रम बताया और इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह, एसएसआई अनूप सिंह, मुंशी गुलाब सिंह के खिलाफ शिकायत भी की। एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपकर महिला सिपाही और मुंशी गुलाब सिंह को लाइन हाजिर कर दिया था। साथ ही अनूप सिंह का सहसवान कोतवाली ट्रांसफर कर दिया गया।

ऑडियो-वीडियो ने मचाया हडकंप
बुधवार को इस घटनाक्रम के ऑडियो-वीडियो वायरल हुए तो हडकंप मच गया। इसमें महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह पर जात-बिरादरीवाद का आरोप लगाया था। महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर से कख कि सर मैं आपके सामने 4 बार पेश हो चुकी हैं लेकिन आपने कुछ नहीं किया। मुंशी की जो बात नहीं मानता उसे टॉर्चर किया जाता है और जो उनकी सुनता है उसे बिना छुट्टी के जाने दिया जाता है।

सिपाही ने यह भी कहा कि यहाँ जात-बिरादरीवाद चल रहा है जवाब में इंस्पेक्टर ने कहा कि यहाँ तो ऐसा ही चलेगा, तुम जैसे जलते रहो। ऑडियो में महिला सिपाही कई बार अपनी पेशी और जात-बिरादरीबाद की बात दोहराती है। वहीं इंस्पेक्टर कहते हैं कि तेरे अलावा किसी ने कहा कि जात-बिरादरीवाद कर रहा है शैलेन्द्र। जबान संभाल कर बात किया कर। जबकि आखिर में इंस्पेक्टर कहते हैं कि यहाँ ऐसे ही चलेगा।

मुंशी को बनाया बलि का बकरा?
महिला सिपाही की माने तो उसने मुंशी गुलाब सिंह के खिलाफ इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह से 4 बार शिकायत की थी लेकिन इसे अनसुना कर दिया। इस मामले की भनक भी उच्चाधिकारियों को नहीं लगने दी गयी बल्कि सिपाही का ही तबादला कर दिया गया। सिपाही ने तहरीर में भी इंस्पेक्टर और एसएसआई अनूप सिंह पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं इसके बावजूद सिर्फ मुंशी पर ही केस दर्ज हुआ है।

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