लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को बड़ा फ़ैसला लिया है। सरकार ने 15 जिलों 15 जिलों के हॉट स्पॉट इलाकों को 13 अप्रैल तक पूरी तरह सील करने के आदेश दिए हैं। यह प्रतिबंध आज रात से लागू होगा।
यूपी में कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों को योगी सरकार ने सील करने का फैसला किया है। इनमे आगरा, शामली, मेरठ, बरेली, कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, बस्ती, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, महाराजगंज, सीतापुर, बुलंदशहर, फिरोजाबाद और नोएडा के जिन इलाकों में कोरोना का मरीज पाए गए हैं वो सील कर दिए जाएंगे।। यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी ने कहा कि घरों को सेनेटाइज किया जाएगा। और इस दौरान किसी को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी, न ही कोई दुकान खुलेंगी, सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की होम डिलिवरी होगी।
मुख्य सचिव आरके तिवारी का कहना है कि 15 जिलों को पूरी तरह सील नहीं किया जाएगा। जहां संक्रमित मरीज ज्यादा हैं, उन्हें हॉट स्पॉट के रूप में चिह्नित कर उन्हें सील किया जाएगा। हर दिन समीक्षा होगी। 14 अप्रैल को सम्पूर्ण लॉकडाउन पर फैसला होने के बाद तय होगा कि सील की अवधि बढ़ेगी या नहीं। सरकार कोई भी अवसर लेना नहीं चाहती। हमने संक्रमितों की संख्या देखने के बाद एहतियातन यह सोचा है। लॉक डाउन में लापरवाही बरतने की रिपोर्ट के बाद ये फैसला लिया गया है। इसी को देखते हुए सरकार ने पास रद किये थे। लोग खाना बांटने के नाम पर सड़कों पर निकल रहे थे। कल रात नोएडा के स्लम एरिया में संदिग्ध पकड़े जाने के बाद सरकार को यह लगा कि मामला बिगड़ने लगा है। हाट स्पाट वाले क्षेत्र के निवासियों को जरूरी सामान होम डिलीवरी से दिया जाएगा।
किस जिले में कितने हॉट स्पॉट
आगरा में 22 हॉटस्पॉट, गाजियाबाद में 13, गौतमबुद्धनगर में 12, कानपुर में 12, वाराणसी में 4, शामली में 3, मेरठ में 7, बरेली में 1, बुलंदशहर में 3, बस्ती में 3, फीरोजाबाद में 3, सहारनपुर में 4, महाराजगंज में 4, सीतापुर में 1 और लखनऊ में 8 बड़े और 4 छोटे हॉटस्पॉट चिह्नित किये गए हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना के अब तक 328 मामले सामने आए हैं। जिसमें 281 एक्टिव केस है, तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 21 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के 61, आगरा में 49, मेरठ में 25, गाजियाबाद में 23, लखनऊ में 21, कानपुर में 16, शामली में 14, सहारनपुर में 12 केस सामने आ चुके हैं। इसके अलावा सीतापुर में 8, वाराणसी में 7, महाराजगंज में 6, बरेली में 6, लखीमपुर खीरी में 5, गाजीपुर में 5, बस्ती में 5 केस सामने आ चुके हैं।