बदायूं। पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी पर सिर कलम करने की बात कहना एक युवक को भारी पड़ गया। सोशल मीडिया में इस ट्विट के बाद लोगों ने जब पुलिस से शिकायत की तो युवक ने न सिर्फ माफी माँगी बल्कि अपना ट्विटर अकाउंट बंद करके भाग खड़ा हुआ।
मंगलवार को शरीफ मंसूरी नाम के एक युवक ने फ़्रांस में पैगंबर के विवादित कार्टून को लेकर शिक्षक का गले काटे जाने पर अपनी प्रतिकिया दी। शरीफ ने एक ट्विट का जवाब देते हुए लिखा कि जब कोई पैगम्बर की शान में गुस्ताखी करेगा तो सिर ऐसे ही कलम होते रहेंगे। शरीफ की प्रोफाइल के मुताबिक वो जमीयतुल मन्सूर के जिला सचिव हैं। उनके इस ट्विट के बाद बवाल मच गया। कई लोगों ने उत्तर प्रदेश और बदायूं पुलिस को टैग करते हुए उसकी शिकायत कर दी। जिसके बाद मामला साईबर सेल तक पहुँच गया।
बदायूं पुलिस ने जब तत्परता से जवाब दिया तो कुछ ही घंटों में शरीफ मंसूरी ने अपने ट्विट के लिए माफी मांग ली। शरीफ ने लिखा कि मेरे द्वारा एक गलत ट्विट हो गया, मैं लिखना कुछ और चाह रहा था लेकिन टाइप में गलती हो जाने के कारण कुछ आपत्तिजनक लिख गया जिसको मैंने डिलीट भी कर दिया है। इसके लिए मैं माफी चाहता हूँ। आपत्तिजनक ट्विट के बाद पुलिस की कार्रवाई से खौफजदा शरीफ ने एक और ट्विट में माफी माँगी, इसके बाद अपना ट्विटर अकाउंट ही बंद कर दिया।
गौरतलब है फ्रांस में 16 अक्टूबर एक इतिहास के शिक्षक की गला रेत कर हत्या कर दी गयी थी। शिक्षक ने स्कूल में बच्चों को पैगंबर का एक विवादित कार्टून दिखाया था। इस घटना को राष्ट्रपति इमैुनएल मैंक्रो ने इस्लामिक कट्टर आतंकवाद बताया था। मैंक्रो ने कहा था कि अब वो लोग डर के साए में रहेंगे जो फ्रांस की जनता को डराकर रखना चाहते हैं। राष्ट्रपति एमैनुअल मैंक्रो द्वारा इस्लामवाद के खिलाफ सख्त रूख अपनाये जाने के बाद तुर्की और अरब देशों में फ्रांस-विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं और फ्रांसीसी चीजों का बहिष्कार करने का आह्वान किया जा रहा है।
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