उझानी। नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान का पहला दिन महज खानापूर्ति के नाम रहा। प्रशासन ने छोटे-मोटे दुकानदारों व रेहड़ी चालकों पर कार्रवाई कर अपना पल्ला झाड़ लिया जबकि बड़े दुकानदारों को चेतावनी तक सीमित रखा गया। अतिक्रमण हटाने के कुछ घंटों बाद ही लोगों ने दुबारा कब्जा जमा लिया।
शुक्रवार घंटाघर चौराहे पर एसएसपी की गाडी को जाम में फंस जाने के बाद आज शनिवार को नगर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया। अभियान के पहले दिन प्रशासन स्थायी अतिक्रमण पर हाथ नहीं डाला, लेकिन खानापूर्ति के नाम पर अस्थायी अतिक्रमण पर कार्रवाई की। कछला-बदायूं रोड़ पर ठेला-खोमचा, छोटे-मोटे दुकानदारों पर पुलिस ने कार्यवाई की। करीबन डेढ़ घंटे के अभियान में प्रशासन का डंडा छोटे-मोटे दुकानदारों पर जमकर बरसा, उनके तख्त जब्त कर लिए गये वहीं बाकियों को अगले दिन सामान जब्त करने की चेतावनी के साथ बख्श दिया गया।
प्रशासन ने नगर के बीचों बीच अतिक्रमण हटाने की बजाए बाहरी क्षेत्र से तीन-चार अतिक्रमण हटाकर खानापूर्ति की। कर्मचारियों ने कुछ दुकानों के बाहर रखे सामान को भी अपने कब्जे में लिया। कुछ देर के लिए चले अभियान से दुकानदारों में हड़कंप मच गया। लेकिन पालिका के अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर तब तक ही रहा था, जब तक नगरपालिका कर्मचारियों की टीम अभियान चला रही थी। लोगों ने सामान सड़क पर रखकर बिना किसी पूर्वनियोजित अतिक्रमण हटाने की मुहिम को ठेंगा दिखाने का काम किया।
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