बदायूं। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन में फर्जी पदाधिकारी बनकर लोगों का मनोनयन का मामला सामने आया है। संगठन के राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले में आपत्ति व्यक्त की है।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर पांडे के मुताबिक जिले में सोनपाल साहू को प्रदेश महासचिव, अनिल भारद्वाज को प्रदेश सचिव, सुखपाल वर्मा को प्रभारी, पंकज सक्सेना को जिलाध्यक्ष और नवीन कुमार शाक्य को कार्यकारी जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है इसके बावजूद अब दो लोगों को प्रदेश सचिव व अध्यक्ष बनाया गया है। इनकी नियुक्ति अवैध है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त पांचो पदाधिकारियों के अलावा अन्य कोई राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के नाम से अपने आप को पदाधिकारी बनाता है तो वह अमान्य है।
वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र भूषण पाण्डेय ने बताया कि किसी व्यक्ति द्वारा एक अप्रमाणित फर्जी सूची सन् 2022 की जारी की है। इस सूची में सी.एल. दीक्षित को अध्यक्ष, रविन्द्र राय को उपाध्यक्ष, गणेश ठाकुर को सचिव, आशुतोष शर्मा को कोषाध्यक्ष, ललित शर्मा समेत 16 नाम है। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रार द्वारा सन् 2023 की उपरोक्त प्रमाणित सूची जारी होने के बाद 2022 की सूची मायने नहीं रखती। राष्ट्रीय कार्यकारिणी का 5 वर्ष का कार्यकाल अक्टूबर 2023 को खत्म होगा। संगठन की नियमावली के मुताबिक इससे पहले अध्यक्ष व महासचिव को नहीं हटाया जा सकता।
साथ ही उन्होंने कहा कि संगठन के नियमावली के मुताबिक अध्यक्ष द्वारा ही कार्यकारिणी की बैठक बुलाई जा सकती है। जबकि दिसम्बर सन् 2022 में अध्यक्ष चन्द्र भूषण द्वारा कार्यकारिणी की कोई बैठक नहीं की गई इसलिए बिना मीटिंग के नये पदाधिकारी नहीं बन सकते हैं। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र भ्रूषण पाण्डेय द्वारा कौशल किशोर पाण्डेय को यूपी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है जिसका प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा सर्वसम्मति से समर्थन किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि ललित शर्मा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नहीं हैं, उनकी नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र भूषण पाण्डेय द्वारा नहीं की गयी है। सी.एल. दीक्षित का संगठन में कोई अस्तित्व नहीं है इसलिए उनके द्वारा ललित शर्मा की नियुक्ति फर्जी मानी जायेगी |