लखनऊ। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है जिसमे एक पुलिसकर्मी ने ऑटो चालक को बेहरमी से लात-घूसों से पीटा। पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी कॉन्सटेबल आनंद प्रताप पर एफआईआर दर्ज की गई है। पीआरवी इंचार्ज अशोक मिश्र को निलंबित किया गया है और इंस्पेक्टर तेज प्रताप को हटा दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के इंजिनियरिंग कॉलेज चौराहे और टेढ़ी पुलिया चौराहे के बीच रिंग रोड पर एक ऑटो ने एक रिक्शे को टक्कर मारी। जिससे रिक्शे पर बैठी महिला के साथ उनकी बेटी नीचे गिर गई। जिसके बाद वहां विवाद होने लगा। घटना की सूचना मिलने पर मड़ियांव थाने की पीआरवी 0495 पर तैनात आरक्षी आनंद प्रताप सिंह कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के साथ वहां पहुंचा। ऑटो चालक को नशे में देखकर आरोपी आनंद ने उसे पहले तो लात-घूसों से जमकर पीटा फिर उसे घसीटकर सड़क के किनारे डिवाइडर के पास ले गया। इसके बाद आनंद ने उसके सीने पर जूता रखकर उससे पूछताछ की।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लखनऊ पुलिस के आला अफसर हरकत में आए और आरोपी आनंद प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। इसके अलावा ऑटो चालक की तहरीर पर आईपीसी की धारा 323, 504, 506 और 352 के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है। साथ ही मड़ियांव के थानाध्यक्ष तेज प्रताप सिंह को लाइन हाजिर भी किया गया है।
वहीं मामले में आरोपी आनंद ने कहा, ‘मैंने ऑटोवाले से उसके मालिक का नंबर मांगा तो उसने 3 बार गलत नंबर दिया। वह काफी नशे में था और गाली-गलौच कर रहा था।’ आनंद ने कहा कि एक गरीब रिक्शेवाले का टूटा रिक्शा देखकर और महिला को लगी चोट देखकर उसे गुस्सा आ गया था।