बदायूं। बिसौली के वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव दूवों में कांवड़ियों के जत्थे पर दूसरे समुदाय के युवकों ने लाठी-डंडो, पथराव से हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से कांवड़ियों में हडकंप मच गया। कावडि़ए अपनी जान बचाकर भागने लगे। इससे भगदड़ मच गई। हमले में महिलाओं समेत 15 से ज्यादा कांवड़िया घायल हुए हैं। घटना के बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
थाना क्षेत्र के गाँव लहरा लाडपुर निवासी कांवड़िए सोमवार को बरेली के गौरीशंकर मंदिर में जलाभिषेक करने गए थे, शाम को सभी डीजे की धुन पर नाचते हुए टैक्टर-ट्राली से वापस गाँव लौट रहे थे। करीबन 5 बजे दूवों गाँव से गुजरते वक्त दूसरे समुदाय के स्थानीय लोगों ने उन्हें रोक लिया और डीजे बंद करने की मांग की। कांवड़ियों ने जब वजह पूछी तो दूसरे समुदाय के युवक भड़क गए, इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गयी।
आरोप है कि डीजे न बंद करने पर कांवड़ियों पर लाठी-डंडो से हमला किया गया। कांवड़ियों को संभालने का मौका नहीं मिला, इसी बीच अचानक गाँव से भीड़ निकल आई और कांवड़ियों पर पथराव कर दिया। जिसके बाद कांवड़ियों ने भागकर अपनी जान बचाई।
हमले में घायल हुए 15 से ज्यादा कांवड़िए
हमले में रामसवेक पुत्र नन्कू, नन्हे पुत्र बदन सिंह, नन्हे पुत्र त्रिलोकी, कैलाश पुत्र झाझन, तावेश पुत्र हरपाल, धनवती पुत्री भूरेलाल, आरती पुत्री किशनपाल को गंभीर चोट आई हैं। इसके अलावा करीबन 5-7 लोगों को मामूली चोटें आई हैं। सभी घायल कांवड़ियों को वजीरगंज के प्राथमिक सामुदायिक केंद्र भेजा गया है।
पहले से जमा था ईंटों का ढेर
कांवड़िए ओमप्रकाश ने बताया कि डीजे बंद करने की वजह पूछने पर हमला हुआ है, घटनास्थल पर पहले से ईंटो का ढेर पड़ा हुआ था। नामजद हमलावर रिहान, बाबू, दानिश, आरिफ, नासिर, चंदा, आसिफ, जाहिद, निसार, साविर, दाउद, जीशान, असलम, अनवर, सलीम, दन्ना, वासित, फिरासत, साहिर, आरिफ समेत अन्य लोगों ने उसी ढेर से पथराव किया। ओमप्रकाश ने बताया कि अगर पुलिस न पहुँचती तो उन्हें जान बचना मुश्किल पड़ जाता।
सूचना पर एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा भी मौके पर पहुँच गए और उन्होंने कांवड़ियों से घटना की जानकारी ली। हालाँकि घटना के विरोध में कांवड़ियों ने जमकर हंगामा काटा। महिलाओं, बच्चों समेत तमाम कांवड़िए वहीं सड़क पर बैठ गए। जिसके बाद उन्हें समझा कर थाने लाया गया लेकिन यहाँ भी वो आक्रोशित हो गए। भारी संख्या में थाने पहुँचे कांवड़ियों ने थाने का घेराव कर लिया और नारेबाजी करते हुए रोड जाम कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने समझा-बुझाकर एक बार फिर से मामले को शांत कराया। फिलहाल नामजद आरोपियों समेत अन्य ग्रामीणों के खिलाफ तहरीर दी गयी है।
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