बदायूं। आधी रात में पुलिस की बर्बरता से एक बुजुर्ग की मौत हो गयी, इस प्रकरण में एसएसपी की चुप्पी भी पर सवाल उठ गए क्योंकि शुरुआत में इस मामले में उनका कोई बयान नही आया, जिससे नाराज पत्रकारों ने पीआरओ का व्हाटस्प ग्रुप छोड़ दिया। जिसके बाद उन्होंने पोस्टमार्टम हॉउस पर पहुंचकर पत्रकारों के सामने अपनी बात रखी। परिजनों ने इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी है।
उसहैत थाना क्षेत्र के गांव भदरा निवासी राजमिस्त्री अब्दुल बशीर(55) के घर शनिवार रात करीबन 12 बजे पुलिस ने दबिश दी। परिजनों का आरोप है पुलिस ने उन्हें खटिया से उठाकर पटक दिया और खीचते हुए घर से बाहर ले आए। पुलिसकर्मियों ने अब्दुल वशीर से उसके बेटे के बारें में जानकारी माँगी लेकिन उसने इनकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने बर्बरता की हद पार करते हुए उसकी मार लगा दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। पुलिस ने पडोस के घरों में भी उत्पात मचाया। एक महिला रेशमा ने बताया उसके घर में दीवार फांद कर पुलिस घुसी। जिसके बाद मीट की तलाश में बर्तनों को खंगाला और उन्हें घर में बिखेर दिया।
जानकारी के मुताबिक गाँव में तीन दिन पहले गोकशी की घटना हुई थी, जिसके बाद पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने की बजाए वसूली में जुट गयी। बशीर के लड़के अतीक उर्फ नन्हें ने बताया कि पुलिस ने सात मई की रात भी दबिश दी थी लेकिन सांठगांठ के बाद उसे छोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस ने शनिवार रात दुबारा वसूली के मकसद से घर पर आ गयी।
आधी रात में पुलिस की इस बर्बरता से गाँव में हंगामा मच गया। रात में ही ग्रामीणं ने एकजुट होकर इस घटना का विरोध किया। जिसके बाद एसपी देहात डॉ एसपी सिंह, एसपी सिटी जितेंद्र श्रीवास्तव, सीओ उझानी सर्वेन्द्र सिंह, एसडीएम दातागंज कुंवर बहादुर सिंह सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन ग्रामीणों ने अपना विरोध जारी रखा। करीबन 5 घंटों तक समझाने के बाद ग्रामीण कोे इस मामले में जाँच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस मामले में बुजुर्ग के बेटे ने थाना प्रभारी अमृतलाल सहित पुलिस कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी है। इस संबंध में एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
इस घटना में एसएसपी अशोक त्रिपाठी की चुप्पी पर पत्रकारों ने सत्याग्रह कर दिया। घटना में जब एसएसपी की ओर से कोई बयान नही दिया गया तो पत्रकारों ने एकजुट होकर एसएसपी के पीआरओ ग्रुप को छोड़ दिया। मामला जब उच्च अधिकारियों के संज्ञान में पहुँचा तो एसएसपी पोस्टमार्टम हॉउस पहुँचे। जिसके बाद उन्होंने अपना बयान जारी किया। एसएसपी ने कहा इस मृत व्यक्ति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाने के बाद कार्यवाई की जाएगी।