उझानी (बदायूं)। जिले में नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार की वारदात में पुलिस कार्यवाही में लापरवाही और आरोपी पक्ष से मिल रही धमकी के बीच पीडिता की बड़ी बहन की लाश रस्सी पर झूलती हुई मिली है। युवती के भाई ने इस मामले में पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाये हैं।
इंसानियत को शर्मशार करने वाली वारदात उझानी कस्बे की है। गुरूवार को 12 वर्षीय युवती को उसका चचेरा भाई मैक्रोनी बनबाने के बहाने जबरन अपने घर ले गया था, जहाँ उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया। पीड़ित पक्ष ने जब इस मामले में कोतवाली में गुहार लगाई तो पुलिस ने इसे मारपीट का मामला बना दिया। युवती के भाई का आरोप है कि पुलिस ने मेडिकल कराने से साफ इंकार कर दिया और वारदात के दौरान नाबालिग युवती के कपड़ों को मंगवाकर वहीं रख लिया। पुलिस की तानाशाही और एकपक्षीय कार्यशैली से तंग आकर न्याय की आस में परिजन लगातार एसएसपी दफ्तर के चक्कर काट रहे थे।
प्रकरण के सम्बन्ध में PS उझानी पर NCR No. 174/19 U/s 323/504/506 IPC बनाम 3 नफर पंजीकृत कर 02 अभि0गण का चालान अन्तर्गत धारा 151/107/116 सीआरपीसी किया गया । SHO उझानी द्वारा जांच किये जाने पर लगाये गये आरोप असत्य व निराधार तथा घटना मारपीट की होनी पायी गयी
— Budaun Police (@budaunpolice) August 7, 2019
वहीं आज शाम करीबन 3 बजे परिजन जब घर पहुंचे तो बलात्कार पीडिता की बड़ी बहन फंदे से लटकी हुई मिली। युवती के भाई के मुताबिक मुख्य दरवाजा अंदर और बाहर दोनों ओर से और कमरे की कुण्डी बाहर से लगी हुई थी। जिसके बाद दीवार फांद कर घर में दाखिल हुए। अंदर कमरे में पंखे से लटकती हुई 22 वर्षीय बड़ी बहन की लाश मिली। युवती के भाई का कहना है कि आरोपी पक्ष लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा था लेकिन पुलिस ने सुनवाई नही की।
परिजनों ने इस मामले में बलात्कार मामले में आरोपी पक्ष पर ही युवती की हत्या का आरोप लगाया है। प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का नही लग रहा है, पंखे से लटकती हुई युवती के घुटने तक पैर बिस्तर से टिके हुए हैं। बिस्तर पर ही एक लुढ़की हुई कुर्सी भी मिली है।
हालाँकि जिले में बलात्कार मामलों को लेकर पुलिस प्रशासन की लापरवाही का पहला मामला नही हैं। दातागंज कोतवाली क्षेत्र की युवती का 15 जून, 2019 कर को अपहरण कर तेलंगाना के सिकंदराबाद में बंधक बना कर रखा गया और 15 दिनों तक 3 लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्मियों के चंगुल से छूटी पीड़िता ने जब पुलिस में मामले की शिकायत की तो बदायूं पुलिस घटनास्थल अन्य राज्य, जिले का हवाला देकर टालती रही। पुलिस की कार्यशैली से तंग आकर 24 वर्षीय युवती ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने प्रथम दृष्टया इसे लापरवाही मानते हुए दातागंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमृतलाल को निलंबित कर दिया था।
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