बदायूं। दबंगों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस के ढुलमुल रवैये से आहात किसान से बुधवार दोपहर एसएसपी दफ्तर के बाहर खुद पर आग लगा ली। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ से बरेली रेफर कर दिया गया है। इस मामले में एसएसपी ने लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की है। इंस्पेक्टर समेत पांच को सस्पेंड कर दिया गया है।
सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के रसूलपुर निवासी किसान कृष्णपाल गुरुवार करीबन साढ़े 11 बजे अपनी पत्नी व दो बेटों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचा। उसने एसएसपी से मिलने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने उसे इंतजार करने को कह दिया। इसके बाद उसने अपने बैग से एक बोतल निकालकर तरल पदार्थ खुद पर डाल लिया। जब तक लोग कुछ समझ पाते, उसने खुद को आग लगा ली। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह आग पर काबू किया लेकिन तब तक किसान बुरी तरह झुलस गया।
शोर सुनकर एसपी सिटी व सीओ सिटी समेत अन्य पुलिसकर्मी वहां पहुँच गए और किसान को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, यहां हालत गंभीर होने के कारण प्राथमिक इलाज के बाद उसे हायर सेंटर बरेली रेफर कर दिया गया है।
किसान कृष्णपाल के भाई अमरजीत के मुताबिक 20 दिन पहले दबंगों ने उसके गेहूं के खेत में आग लगा दी थी। आरोप है कि इस मामले की शिकायत करने के बावजूद मंडी चौकी पर तैनात इंचार्ज ने कोई कार्रवाई नहीं की। पिछले कुछ दिनों से वह थाने और अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा था लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही।
किसान के परिवार ने आरोप लगाया कि मंडी चौकी के पुलिसकर्मियों ने आरोपियों से सांठगांठ कर ली। इसी वजह से उसके मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे पुलिसकर्मी कार्रवाई की बजाए खुद ही फैसला कर दिया और दबाव बनाने लगे।
इंस्पेक्टर समेत पांच सस्पेंड
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने सिविल लाइंस एसएचओ आरके तिवारी, मंडी समिति पुलिस चौकी प्रभारी राहुल सिंह पुंडीर के अलावा पूर्व में व हाल में दहगवां चौकी इंचार्ज अशोक कुमार समेत सिपाही आशीष व मनोज कुमार को निलंबित कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि मामले की विभागीय जांच एसपी सिटी प्रवीन सिंह चौहान व एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा करेंगे।
Discussion about this post