बिल्सी। सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत के मामले में लापरवाह दरोगा को महंगा पड़ गया। एसएसपी ने लापरवाह दरोगा को तल्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
शनिवार को बिल्सी थाना क्षेत्र में सड़क हादसे के दौरान शकुंलता देवी और उनके बेटे मुकेश निवासी सिमरा भोज की मौत हो गई थी। घरवालों ने बिल्सी पुलिस द्वारा पंचनामा कार्रवाई करने के इंतजार में मां व बेटे के शव को मोर्चरी में रखवा दिया था। शाम बजे तक जब थाना बिल्सी से कोई पुलिस कर्मी शवों का पंचनामा भरने के लिए नहीं पहुंचा तो परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई से आक्रोशित होकर कचहरी तिराहा पर एक घंटे जाम लगा दिया था और जमकर हंगामा काटा था। इसके बाद सिविल लाइंस और कोतवाली पुलिस ने जाम खुलवाया। शनिवार रात करीब 12 बजे एसएसपी अचानक निरिक्षण के लिए बिल्सी थाने पहुंच गए। जहां गांव अम्बियापुर से झगड़े के विवाद में दो पक्ष काफी लंबे समय से थाने में बैठे हुए थे। एसएसपी ने दोनों पक्षों से बैठने का कारण जाना तो पता चला कि दरोगा उपेंद्र उन्हें बैठाकर गए है।
एसएसपी अशोक कुमार शर्मा ने बिल्सी थाने में तैनात दरोगा उपेंद्र कुमार को अपने कर्तव्य कार्यों में लापरवाही एंव अनुशासनहीनता बरते जाने के फलस्वरूप तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। घरवालों का आरोप था कि दरोगा उपेंद्र कुमार बाइक सावर मां बेटे की रौंदने वाले पिकअप मालिक से पांच लाख लेने के चक्कर में थाने में ही पड़ा रहा और वह शाम तक पंचनामा भरने के लिए नहीं आया।
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