उझानी(बदायूं)। जनपद बदायूं के उझानी कस्बे में बुधवार की रात एक मेंथा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप धारण कर लिया। इस दौरान फैक्ट्री में लगातार विस्फोट हुए जिससे इलाका दहल गया। फैक्ट्री से एक कर्मचारी भी लापता है हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
नगर के मोहल्ला नारायणगंज निवासी मनोज गोयल की बदायूं-दिल्ली हाइवे पर मेंथा की फैक्ट्री है। फैक्ट्री में क्रिस्टल दाना बनता है। जानकारी के मुताबिक बुधवार रात करीबन 10 बजे तेज बारिश और तूफ़ान आया, इसी दौरान फैक्ट्री का 14 मंजिला प्लांट गिर गया। बताया जाता है कि प्लांट गिरने के साथ ही फैक्ट्री में आग लग गयी। आग ने तेजी से पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। मेंथा से भरे ड्रम और मशीनों ने भी आग पकड़ ली। आग इतनी भयावह थी कि 5 किलोमीटर दूर से ही धुएं का गुब्बार आसमान में दिख रहा था। आग से प्लांट पूरी तरह जलकर खाक हो गया। टीनशेड और लोहे का स्ट्रक्चर भी गलकर नीचे गिर गया।
प्रशासन ने खाली करवाया इलाका
सूचना पर जनपद बदायूं समेत संभल से भी पुलिस बल बुलाया गया, प्रशासन ने कूढ़ा नर्सिंगपुर गांव और आस-पास के क्षेत्र को खाली करवाया। साथ ही मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर भेजा। फैक्ट्री की तरफ जाने वाले रास्तों पर आवागमन बंद कर दिया गया। घटना स्थल के आसपास 20 से अधिक एम्बुलेंस तैनात की गईं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। वहीं बदायूं के अलावा बरेली, संभल अमरोहा, मुरादाबाद फायर ब्रिगेड गाड़ियाँ पहुँच गयीं हालाँकि आग इतनी भीषण थी कि फैक्ट्री में प्रवेश करना संभव नहीं था। इस दौरान बीच बीच में बारिश भी हुई है लेकिन उसका भी आग पर कोई असर नहीं है। फैक्ट्री में ज्वलनशील पदार्थ होने की वजह से पूरी रात विस्फोट हुए वहीं आखिरी सबसे बड़ा विस्फोट करीबन 4 बजे हुआ। FSSO शैलेंद्र सिंह ने बताया कि आग की वजह स्पष्ट नहीं है। फैक्ट्री में मैंथा ऑयल के ड्रम रखे हुए थे। साथ ही नाइट्रोजन के सिलेंडर भी थे। इसी कारण एक के बाद एक धमाके हुए। अब तक 60 प्रतिशत आग पर काबू पाया जा चुका है। गुरुवार शाम तक पूरी तरह से आग बुझा ली जाएगी।
सूचना पर डीएम अवनीश राय और एसएसपी ब्रजेश कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। डीएम अवनीश राय ने बताया कि आग लगने के वक्त फैक्टरी में 150 लोग काम कर रहे थे। सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। करनाल निवासी मजदूर शकील को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर कई एंबुलेंस को तैयार रखा गया है। ताकि अगर कोई घायल हो तो उसे अस्पताल पहुंचाया जा सके। बदायूं मेडिकल कॉलेज में घायलों के इलाज के लिए दो सौ बेड तैयार कराए गए। 150 डॉक्टर और 200 नर्सिंग स्टाफ को अलर्ट मोड में रखा गया।
तीन भाइयों में एक लापता, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बताया जा रहा है कि रात में फैक्ट्री में कई कर्मचारी काम करते हैं लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है। मुजरिया थाना क्षेत्र के बिचौला गांव के टप्पागाजी निवासी प्रेमपाल के तीन बेटे गजेन्द्र, पुष्पेन्द्र और मुनेन्द्र भी फैक्ट्री में काम करते हैं। हादसे के समय गजेन्द्र और पुष्पेन्द्र तो किसी तरह बाहर आ गए लेकिन मुनेन्द्र गायब है। उसका मोबाइल भी बंद है। परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है।