उझानी (बदायूं)। विकास खंड उझानी की ब्लाॅक प्रमुख रत्नेश यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंगलवार को पास हो गया। कुल 104 बीडीसी सदस्यों में 76 ने मतदान में हिस्सा लिया। अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 75 मतदान पडे़। जबकि ब्लाक प्रमुख समेत 28 सदस्यों ने बैठक से में हिस्सा नहीं लिया।
हरवंश यादव की अगुवाई में क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस डीएम को सौंपा था। डीएम की ओर से निर्धारित 22 अक्टूबर को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद मतदान का निर्णय हुआ। एसडीएम पारसनाथ मौर्य ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 75 तो विपक्ष में 1 मत पड़ा। मतदान में कुल 76 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने भाग लिया। वहीं 28 सदस्य अनुपस्थित रहे।
अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर प्रशासन द्वारा मतदान के साथ-साथ सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। एडीएम प्रशासन रामनिवास शर्मा, सीओ सर्वेंद्र कुमार सिंह, एसपी सिटी जितेंद्र श्रीवास्तव, दातागंज एसडीएम केबी सिंह, कोतवाल विनोद कुमार चाहर समेत चार थानाध्यक्ष, पीएसी को सुरक्षा में लगाए गया। साथ ही ब्लॉक के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर वाहनों की अवागमन रोक दिया गया।
भाजपा नेतृत्व की मौजूदगी
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान ब्लॉक से कुछ ही दूरी पर भाजपा नेतृत्व भी मौजूद रहा। सिडको चेयरमैन बीएल वर्मा, बिल्सी विधायक आरके शर्मा, शेखूपुर विधायक धर्मेन्द्र शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य, जिला पंचायत सदस्य सत्यवीर सिंह, महिला मोर्चा जिलामहामंत्री रानी सिंह पुंढीर, नगर अध्यक्ष राहुल शंखधार, महिला मोर्चा नगर अध्यक्ष अम्बिका शर्मा सहित तमाम भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
तीन साल पहले मिली थी हार
करीबन साढ़े तीन साल पहले सपा की ब्लॉक प्रमुख रत्नेश यादव और हरवंश के बीच मुकाबला हुआ था लेकिन तब हरवंश को हार का सामना करना पड़ा था। रत्नेश यादव के पक्ष में 55 और हरवंश पहलवान के पक्ष में 48 बीडीसी सदस्यों ने वोट दिया था। एक वोट निरस्त कर दिया हुआ। रत्नेश यादव के पति कृष्णपाल यादव उर्फ गुरु भी उझानी के ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं।
सत्ता परिवर्तन के साथ बदला माहौल
उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार सत्ता में आने के बाद ब्लॉक प्रमुखों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने का सिलसिला शुरू हुआ है। सबसे पहले जिले के सालारपुर ब्लॉक पर ‘सपा’ की गेंदा देवी के खिलाफ भाजपा के अशोक वर्मा द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, जो बाद में पारित हो गया। इसके बाद में अशोक वर्मा सालारपुर के ब्लॉक प्रमुख बन गए।
17 जनवरी को कादरचौक के ब्लॉक प्रमुख कौशल कुमार के खिलाफ शेखूपुर विधायक धर्मेंद्र शाक्य के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। हालांकि जांच के दौरान अधिकतर बीडीसी सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मना कर दिया। कल सोमवार को सपा की जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चंद्रा के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव पास हो गया। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 36 सदस्यों ने मतदान किया। वहीं जिपं अध्यक्ष व उनके साथ पहुंचे आठ अन्य सदस्यों ने मतदान का बहिष्कार किया, जबकि छह सदस्य अनुपस्थित रहे।