उझानी(बदायूं)। एस एल आडियन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक के खिलाफ एक महिला शिक्षिका ने छेड़छाड़ और एससी-एसटी एक्ट के तहत गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर है। यह कार्रवाई सीएम से की शिकायत के बाद हुई।
नगर के एक मोहल्ला निवासी महिला के मुताबिक वो उसने सुधांशु गुप्ता स्कूल एसे एल आडियन पब्लिक स्कूल में शिक्षिका थी। स्कूल ज्वाइन करने के बाद से ही प्रबंधक सुधांशु गुप्ता उसकी तरफ गलत नजर रखने लगा था। आए दिन वह ताना-कशी और अपमानजनक टिप्पणियां करता था। 21-25 मई 2024 तक प्रबंधक सुधांशु गुप्ता शिक्षण कार्य और पर्यटन के नाम पर पीड़िता तथा एक अन्य महिला शिक्षक को लेकर अपने वाहन से हरिद्वार, ऋषिकेश, मसूरी, मुरथल और आगरा गया। आरोप है कि यात्रा के दौरान भी उसने पीड़िता से नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश की और कई बार गलत हरकत की लेकिन विरोध करने पर वह अपने इरादों में सफल नहीं हो सका। यात्रा से लौटने के बाद पीड़िता ने स्कूल जाना बंद कर दिया। हालांकि बाद में आरोपी द्वारा माफी मांगने और दोबारा ऐसी हरकत न करने का आश्वासन देने के बाद वह वापस स्कूल आई।
महिला का कहना है कि 30 जनवरी 2025 को आरोपी ने पीड़िता को यह कहकर स्कूल में रोक लिया कि वेतन बिल बनवाने हैं। शाम तक आरोपी इसी बहाने रोके रहा जबकि बाद में अकेला पाकर छेड़छाड़ की। किसी तरह पीड़िता वहां से बचकर घर आई और इसके बाद स्कूल जाना बंद कर दिया। इसके बाद कोतवाली उझानी में मामले की तहरीर दी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। 16 जून को फिर से तहरीर दी लेकिन इस बार भी मामले में कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़िता का कहना है कि 18 जून को उसने एसएसपी से भी शिकायत की थी। 20 जून को जब वह अपनी बहन के साथ उझानी कोतवाली मामले की स्थिति जानने पहुंची, तो वहां आरोपी पहले से बैठा मिला। डर की वजह से वह लौट आई। उसी दिन शाम को आरोप है कि सुधांशु गुप्ता अपने दो साथियों के साथ उसका रास्ता रोककर खड़ा हो गया और गाली-गलौज करते हुए जातिसूचक शब्द कहे। इतना ही नहीं, उसे धमकियां भी दीं।
सीएम से शिकायत पर दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़िता का आरोप है कि पुलिस लगातार मामले को दबा रही थी। स्थानीय स्तर पर सुनवाई न होने के बाद उसने मुख्यमंत्री से शिकायत की। इसके बाद ही मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।