कानपुर। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का बुधवार को निधन हो गया। वे पिछले 40 दिनों से अस्पताल में थे। कानपुर के कॉमेडियन के लिए लंबे समय से दुआओं का दौर चल रहा था। लोग भगवान से दिनरात प्रार्थना कर रहे थे उनके चहेते राजू जल्द स्वस्थ हो जाएं।
प्रदेश के कानपुर में जन्में राजू श्रीवास्तव 10 अगस्त को दिल्ली के एक जिम में वर्कआउट के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े थे, इसके बाद तत्काल जिम स्टाफ ने ही उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया। इसके बाद से लगातार वह बेहोश थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। राजू श्रीवास्तव की पत्नी शिखा और बेटी अंतरा लगातार उनके साथ आईसीयू में मौजूद थीं लेकिन हाल ही में फिर से उन्हें बुखार आने के बाद पत्नी और बेटी को उनका पास आने नहीं दिया गया था। बार-बार बुखार आ जाने से डॉक्टर्स भी बहुत परेशान थे।
बिग बी ने भेजा था खास संदेश
राजू श्रीवास्तव जब अस्पताल में भर्ती थे तब अमिताभ बच्चन यानी बिग बी ने राजू श्रीवास्तव को खास ऑडियो संदेश भेजा था। इसमें अमिताभ कह रहे हैं- राजू उठो, बस बहुत हुआ, अभी बहुत काम करना है। अब उठ जाओ… हम सबको हंसना सिखाते रहो।” राजू को ये रिकॉर्डिंग सुनाई गई थी।
दरअसल राजू श्रीवास्तव को अमिताभ बच्चन बहुत पसंद थे। बिग बी की शोले फिल्म राजू भैया को बहुत अच्छी लगी थी और इसका असर भी उनपर हुआ। ये फिल्म देखने के बाद उन्होंने अमिताभ बच्चन की तरह बोलना, उठना, बैठना शुरू कर दिया था। यहीं से गजोधर भइया ने अमिताभ बच्चन की मिमिक्री करना चालू किया। बता दें कि राजू श्रीवास्तव अमिताभ बच्चन की मिमिक्री भी बहुत अच्छी कर लेते हैं। अमिताभ की मिमिक्री करने पर पहली बार उन्हें 50 रुपये इनाम के रूप में भी मिले थे।
मुंबई में चलाया था ऑटो
कानपुर की गलियों ने निकलकर मायानगरी तक का सफर तय करने वाले राजू भैया ने अपने टैलेंट के दम पर लोगों के दिलों पर राज किया है। कॉमेडी के बेताज बादशाह को गजोधर भैया के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि वह इस नाम से बहुत कॉमेडी करते हैं।राजू श्रीवास्तव 1988 में आंखों में सफलता के सपने लेकर मुंबई पहुंचे। राजू श्रीवास्तव के लिए कानपुर छोड़ना और मायानगरी पहुंचना और वहां उड़ान भरना आसान नहीं था। क्योंकि जैसे ही वह मुंबई पहुंचे, जब उनके पास पैसे खत्म हो गए, तो उन्हें गरीबी में रहना पड़ा। स्थिति इस तरह विकसित हुई कि उन्हें मुंबई में अपना पेट भरने के लिए ऑटो तक चलाना पड़ा। इस दौरान राजू बाक़ी ऑटो ड्राइवर के साथ खूब मस्ती करते थे। और सबको खूब हँसाते थे।
1980 से काम कर रहे हैं राजू
राजू श्रीवास्तव 1980 से काम कर रहे थे। राजू श्रीवास्तव ने बॉलीवुड में अनिल कपूर की फिल्म तेजाब के जरिए कदम रखा था। इस फिल्म में उन्होंने कॉमेडी रोल के जरिए खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसके बाद उन्होंने सलमान खान की फिल्म मैंने प्यार किया में ट्रक क्लीनर का का भी रोल किया था। हालांकि उन्हें पहचान 2005 में स्टैंड-अप कॉमेडी शो “द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज” के पहले सीज़न में भाग लेने के बाद मिली। उन्होंने ‘मैंने प्यार किया’ ‘आमदानी अठन्नी खर्चा रुपया’ और ‘मैं प्रेम की दीवानी हूं’ फिल्मों में भी अभिनय किया था। राजू श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के चेयरमैन थे।
फाइनल जीतने से चूक गए थे राजू श्रीवास्तव
ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में बतौर स्टैंड अप कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने अपनी कमाल की कॉमेडी के दम पर लोगों को हंसने पर लोट-पोट करना शुरू कर दिया। गजोधर भैय्या की जबरदस्त कॉमेडी लोगों को काफी रास आनी लगी जिसके तहत 2005 के ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में राजू ने फाइनल तक का सफर तय किया था हालांकि राजू श्रीवास्तव इस शो की ट्रॉफी को जीतने में नाकामयाब रहे लेकिन उन्हें दुनिया कॉमेडी के किंग के नाम से जानने लगी। इस तरह से सालों के कड़े संघर्ष के बाद राजू श्रीवास्तव का नाम हर तरफ मशहूर हो गया।