मथुरा। वृंदावन में नववर्ष के आगाज से पहले ही श्री बांकेबिहारी मंदिर की नगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। मंदिर और आसपास की संकरी गलियों में भीड़ इतनी घनी हो गई कि पैदल चलने तक की जगह नहीं बची है। वृंदावन के कई प्रमुख होटल और गेस्ट हाउस में पर कमरे उपलब्ध नहीं हैं। मथुरा-वृंदावन की ओर बढ़ती भीड़ को देखते हुए बांके बिहारी मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की सलाह दी है।
बांके बिहारी मंदिर ने एक परामर्श जारी करते हुए बताया है कि पाश्चात्य नववर्ष के दौरान मंदिर और आसपास के क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ रहती है। इस कारण उत्पन्न होने वाली असुविधाओं को देखते हुए श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि 29 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026 के बीच संभव हो तो वृंदावन की यात्रा टाल दें और सिर्फ बहुत जरूरी होने पर ही दर्शन का कार्यक्रम बनाएं। मंदिर ने सभी से सहयोग की अपील की है। मंदिर से जुड़े कई सेवायतों ने अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर वीडियो संदेश जारी करते हुए लोगों से संयम बरतने का अनुरोध किया है।
बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी ने फेसबुक पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि अभी वृंदावन में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण व्यवस्था प्रभावित हो रही है और सुरक्षा व सुचारु दर्शन को ध्यान में रखते हुए फिलहाल वृंदावन आगमन टालना उचित होगा। ऐसी ही वीडियो सेवायत मोहित कृष्ण गोस्वामी ने भी अपलोड की है।
भीड़ के दबाव में बिगड़ी तबीयत
पश्चिम बंगाल के कोलकाता से आए 78 वर्षीय बुजुर्ग श्रद्धालु श्याम सुंदर विश्वास अपने परिवार के साथ ठाकुर जी के दर्शन करने पहुंचे थे। मंदिर के भीतर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और अचानक उनका ब्लड प्रेशर (बीपी) बढ़ गया। देखते ही देखते वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े। बुजुर्ग के बेहोश होते ही उनके साथ मौजूद उनकी पुत्री महुआ मजूमदार ने तत्काल मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों और मेडिकल टीम से मदद की गुहार लगाई। मौके पर मौजूद चिकित्सकों की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बुजुर्ग को प्राथमिक उपचार दिया। हालांकि, उनकी उम्र और गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक चिकित्सा के बाद उन्हें तुरंत एंबुलेंस के माध्यम से वृंदावन के सौ शैय्या अस्पताल रेफर कर दिया गया।
बुजुर्ग की पुत्री महुआ मजूमदार ने बताया कि मंदिर में बहुत अधिक भीड़ थी। दर्शन की प्रतीक्षा के दौरान पिताजी को अचानक घबराहट हुई और वे गिर पड़े। प्रशासन की मदद से उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाया गया है।


