बदायूं। इस्लामनगर कस्बे से बुधवार को उत्तराखंड का 10 हजार इनामी बदमाश को पकड़ा गया। वह कई दिन से कस्बे में छिपा हुआ था। उत्तराखंड में कुमाऊं एसटीएफ उसे तलाश कर रही थी। उसके पास से एक तमंचा और दो कारतूस भी बरामद हुए। आरोपी पर उत्तराखंड के थानों में हत्या और अन्य आपराधिक मामले में मुकदमे दर्ज हैं।
एसपी देहात सिद्दार्थ वर्मा ने बताया कि उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले में किच्छा थाना क्षेत्र का लालपुर निवासी मोनू खान दस हजार रुपये का इनामी अपराधी है। सर्विलांस और मुखबिरों की सूचना पर पता चला कि वह इस्लामनगर आया है। उसकी रिश्तेदारी सदर कोतवाली क्षेत्र में भी है। इस पर सीओ एसटीएफ पूर्णिमा गर्ग, निरीक्षक एसटीएफ एमपी सिंह, एसआइ केजी मठपाल के नेतृत्व में एसटीएफ कुमाऊं एसटीएफ इस्लामनगर पहुंची। बदायूं से एसओजी टीम को भेजा गया।
उसके बाद दोनों टीमों ने संयुक्त छापा मारकर एक घर से उसे गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उसके पास से 315 बोर का तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। उत्तराखंड एसटीएफ ट्रांजिट रिमांड पर मोनू खान को उत्तराखंड लेकर गयी है। वहां आरोपी से पूछताछ होगी।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि तीन फरवरी 2022 को ग्राम रामेश्वरपुर, लालपुर, थाना किच्छा निवासी अमर थापा का वहीं के ही बिंदर से विवाद हो गया था। इसके बाद शाम को बिंदर अपने साथियों के साथ आया और उसे पीट दिया। इसके बाद जब वह थाने रिपोर्ट दर्ज कराने गया तो बिंदर और उसका जीजा सुखविंदर, करन, माेनू खान, अंकुर गुंबर, सन्नी ने रामेश्वरपुर रोड पर जानलेवा हमला कर दिया।
इस पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था, जबकि लालपुर, किच्छा निवासी मोनू खान पुत्र मुन्ने खान फरार हो गया था। मोनू खान की गिरफ्तारी को पुलिस ने कई बार दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। माेनू खान पर हत्या और तीन जानलेवा हमले के केस दर्ज होने के कारण पुलिस ने उस पर 10 हजार का इनाम घोषित किया था।
दर्ज हैं चार मुकदमे
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि इनामी बदमाश पर चार केस दर्ज हैं। इसमें जानलेवा हमले के दो केस वर्ष, 2020 और 2022 में किच्छा में दर्ज हैं। जबकि रुद्रपुर कोतवाली में वर्ष, 2021 में जानलेवा हमला और वर्ष 2017 में हत्या का केस दर्ज है।