बदायूं। कोरोना संक्रमण कम होता नहीं दिख रहा है। प्रदेश में आंशिक लॉकडाउन भी जारी है। लेकिन हर कुछ दिनों में ऐसी तस्वीरें सामने जाती हैं जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखाई देती हैं। रविवार को शहर में मुस्लिम धर्मगुरु के जनाजे में भीड़ जमा हुई। हजारों की संख्या में बिना मास्क पहने लोग इस जनाजे में शामिल हुए। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल भी नहीं रखा गया। इस दौरान पुलिस नदारद रही लेकिन अब मामला दर्ज कर लिया गया है।
शहर की नामी शख्सियत काजी-ए-जिला सज्जादा खानकाह-ए-कादरिया शेख अब्दुल हमीद मुहम्मद सालिमुल कादरी का शनिवार देर रात करीबन 4 बजे इंतकाल हो गया। वह करीब 65 साल के थे। उनकी तबीयत पिछले कुछ दिनों से नासाज़ चल रही थी। इलाके के लोगों के साथ-साथ दूर-दराज के लोग भी उन्हें बहुत मानते थे। यही वजह रविवार सुबह को उनके जनाजे में भारी भीड़ उमड़ी। उनकी एक झलक के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। शहर की गलियां में पैर रखने की जगह न बची। कोरोना को लेकर सरकारी गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाते हुए उनकी अंतिम यात्रा भी निकाली गई। फिर शव को सुपुर्द खाक किया गया।
कितने लोगो को अरेस्ट करेंगे!! There is apporx 90000
— Rajat mishra (@RajatSMishra) May 9, 2021
हैरानी की बात है कि जनपद में आशिंक लॉकडाउन लगा हुआ है, अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सीमित संख्या तय है। उसके बावजूद हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए। कोविड गाईडलाईन का पालन करवाने के लिए पुलिस सड़कों पर होने का दावा करती है उसके बावजूद न भीड़ जमा होने पर न किसी को रोका और न ही किसी पर कोई एक्शन लिया गया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बावजूद जनाजे में इतनी भीड़ कैसे जमा हुई इसे लेकर खुफियातंत्र नकारा साबित हुआ।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
काजी की अंतिम यात्रा में जुटी भीड़ की लोगों ने वीडियो भी बनाई जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। कोरोना कर्फ्यू के दौरान अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों की भीड़ पर अब तरह तरह के कमेंट किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रही हैं। लोग प्रश्न उठा रहे हैं कि कोरोना कर्फ्यू में आखिर इतनी भीड़ करने की इजाजत कैसे मिली। वहीं जब इस भीड़ के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए तो पुलिस अब वीडियो के आधार पर महामारी एक्ट में कार्रवाही करने की बात कर रही है।
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