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अलविदा जुमा पर रोजेदारों ने सजदे में झुकाया सिर

by Badaun Today Staff
June 15, 2018
in बदायूं
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अलविदा जुमा पर रोजेदारों ने सजदे में झुकाया सिर
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बदायूं। रमजान के पाक माह के अंतिम जुमे पर हजारों रोजेदारों ने अलविदा की नमाज अदा की। नमाजियों ने कड़ी धूप के बीच अलविदा की नमाज अदा की और मुल्क की तरक्की के लिए हजारों हाथ आसमान की ओर उठाए गये। नमाजियों के लिए मस्जिदों के बाहर और छतों पर भी नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई थी।

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शहर की सुविख्यात् जामा मस्जिद शम्सी में दोपहर बारह बजे से ही नमाज़ियों का पहुंचना शूरू हो गया। जामा मस्जिद में डेढ़ बजे नमाज़ का क़ुतबा अल्लामा मौलाना अज़्जाम मियां क़ादरी साहब ने सुनाया और नमाज़ अदा करवाई। नमाज अदा करने वालों में छोटे बच्चे भी पीछे नहीं रहे। रोजेदारों ने नम आखों से रमजान को अलविदा कहा। दुआ हुई कि परवरदिगार आलम अगले साल ये पाक महीना फिर सबको अता फरमाए। नमाजियों ने मुल्क की तरक्की और अमन चैन के लिए दुआ की।

इससे पूर्व तक़रीर पेश करते हुये इमाम साहब ने रमज़ान की फ़ज़ीलत बयान करते हुए कहा कि रमज़ान बड़ी अज़मतों, रहमतों,बरकतों वाला पाक महीना है। इस महीने में की गयी इबादत का बदला अल्लाह तआला अपने बन्दों को खुद अता फरमाएगा। जहाँ सदक़ा फ़ित्र पर रोशनी डालते हुए साहिबे सज्जादा ख़ानक़ाह आलिया कादरिया ताजदारे अहले सुन्नत हज़रत सालिमुल क़ादरी साहब ने फ़रमाया कि हर मुसलमान औरत और मर्द पर सदक़ा फितर वाजिव है। जहाँ तक हो सके सदक़ा फ़ित्र ईद की नमाज़ अदा करने से क़ब्ल अदा कर देना चाहिए। जब तक बंदा सदक़ा फ़ित्र अदा नहीं कर देता तब तक उसके रोज़े आसमान और ज़मीन के बीच लटके रहते हैं। इसलिए ईद की नमाज़ से पहले परिवार के प्रति व्यक्ति के हिसाब से 2 किलो 45 ग्राम गेंहूँ या इसकी कीमत किसी गरीब ज़रूरत मंद को ज़रूर अदा कर दें। उन्होंने फ़रमाया कि हमें रुसवाई और ज़िल्लत से बचना है तो रमज़ान माह की तरह वकाया माह में भी दींन पर कायम रहकर बुराइयों से दूर होकर नमाज़ों का पाबन्द होना पड़ेगा।

मस्जिदों के इमामों ने बताया कि ये जुमा अलविदा इसलिए कहा जाता है कि ये रमजान का आखिरी जुमा होता है। जुमे के बाद रमजान का महीना पूरा हो जाता है। उसकेे बाद ईद मनाई जाती है। उन्होंने बताया गया कि अल्लाह ताला ने रमजान के इनाम के बदले में ये तोहफा दिया है। जिसमें घर में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर किसी के शरीर पर नया लिबास होता है। ईद की अ​हमियत रोजदार के लिए है। रोजेदार गर्मी के महीने में भूख प्यासा रहकर गर्मी में रोजे रखता है, उसके बाद ईद का चांद देखकर ईद मनाता है।

जामा मस्जिद में नमाज़ से पहले जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, एडीएम प्रशासन अजय कुमार श्रीवास्तव ने जामा मस्जिद जाकर स्थिति का जायज़ा लिया इस दौरान मदरसा आलिया कादरिया के प्रवक्ता अल्हाज तसनीम कादरी मौजूद रहे। नमाज़ के दौरान सीओ सिटी वीरेन्द्र सिंह यादव, सिटी मजिस्ट्रेट संजय सिंह और शहर कोतवाल ओमकार सिंह अपनी टीम के साथ मुस्तैद दिखाई दिए। 

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